कई नग्में यहां लिखी
कई गजलें भी गाई है
तेरी यादों की गीतों को
पलकों पर सजाई है।
तेरी मुस्कान लिखी है
तेरा पहचान भी गया
कितने रह गए बाते
बिना बोले बिना सुने।
तेरी याद का क्या है
उसे हर वक्त आना है
कभी खुशियां भी लाती है
कभी आशूं भी आना है।
तेरी बस याद आती है कोई पैगाम ना लाती
तेरी बस याद आती है कोई पैगाम ना लाती ।
कैसे सो रहे तुम बीन
कैसे जग रहे तुम बीन
कैसे हस रहे तुम बीन
कैसे रो रहे तुम बीन
हमारे प्यार के किस्से अधूरे रह गए तुम बिन
अधूरे रह गए तुम बिन , अधूरे रह गए तुम बिन
कहीं पे खॉब टूटी है
कहीं पे बात झूठी है
कभी भी मैं नहीं रूठी
तुम्हें हर पल मनाया है ।
कई नग्में यहां लिखी
कई गजलें भी गाई है
तेरी यादों की गीतों को
पलकों पर सजाई है।
" *आप अपना कॉमेंट देना ना भूलें"* ❤️🙏🌹
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