बुधवार, 7 जुलाई 2021

फिर याद आ रही बीता वो कल

 फिर याद आ रही
बीता वो कल 
कैसे रहते थे हम दोनों
कैसे बीतता था वो  पल 
कभी लड़ाई कभी प्यार से 
एक साथ एग्जाम देना
एक साथ बाजार जाना 
कभी ट्रेन में तो कभी बस में करते 
थे एक साथ सफर 
आज फिर याद आ रही
बीता वो कल ।।

कभी कक्षा में कभी कमरे में 
होती थी जो बाते 
कभी बताते गणित आप को 
  आप मुझे बताते प्रबंधन  
कभी लैब में कभी लाइब्रेरी
रहते एक साथ हरदम 
कभी चाय पीते कैंटीन में 
रोज मध्यान भोजन एक संग
फिर याद आ रही
 बीता वो कल।।

 कभी प्रोजेक्ट कभी presentation
एक साथ लिखा करते थे
किस्मत भी  क्या साथ निभाता 
जब कुछ हो तो हम दोनों को 
 एक साथ  चुना करते थे 
हम दोनों भी कम थोड़े थे सब के दिल में बसते थे
जैसा जिसको मदद चाहिए
 हरपल तैयार मिला करते थे 
 फिर याद आ रही 
बीता वो कल कैसे साथ रहा करते थे 
दोनों हरदम हर पल ।।  
                         बिरभद्रा कुमारी



" *आप अपना कॉमेंट देना ना भूलें"* ❤️🙏🌹

अधिक कविताएं पढ़ने के लिए लिंक पर क्लिक करे
https://hindikavitawittenbybir.blogspot.com






कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें