हमारे पीर का मंदर यादों का समंदर है
कोई मन को छुआ है तो कोई दिल के अंदर है
कैसे भूल के जी लू तुम्हारी प्यार की बातें
वो जो मैंने सुनी थी बिना बोले ही बातों को
तुझे तो छोड़ने की पहल मेरी तरफ सी थी
मुझे तब मालूम ना था की ये तेरी जरूरत है।
कोई मन को छुआ है तो कोई दिल के अंदर है
कैसे भूल के जी लू तुम्हारी प्यार की बातें
वो जो मैंने सुनी थी बिना बोले ही बातों को
तुझे तो छोड़ने की पहल मेरी तरफ सी थी
मुझे तब मालूम ना था की ये तेरी जरूरत है।
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