मंगलवार, 13 जुलाई 2021

कैसे मैं कहूं कितना प्यार है दिए

आए मेरी जिंदगी में बहार भर दिए
यादों की बस गुमार भर दिए
तुझे भूलु या याद करू उलझनें जो दिए
कैसे मैं कहूं कितना प्यार है दिए।

कभी आंखों में नमी कभी लबों पे खुशी जो मिला
कितने ही दीप जलकर बुझे कितने नहीं जला
तुझे भूलने की कोशिशें नकाम सी रही 
मंजिल मिलने से पहले ही संदेश जो मिला।

अब पूछते हो कैसी हो जानेमन
अब पूछते हो कैसी हो जानेमन
क्यों तुम्हें मेरे दिल पे ऐतबार ना रहा 
क्यों तुम्हें मेरे दिल पे ऐतबार ना रहा।

तुम बदल गए नई महबूबा जो मिली
मैं तो वहीं पे हूं जहां तुमसे थी मिली
कल जहां दिखती थी आंसू बेशुमार
आज वहां दिखती हैं पलकों पर बहार ।

जिंदगी भी क्या खेल खेली है मेरे साथ
कल तक जो हर पल  होती थी साथ में
अब तो वर्षों बीत जाती है यादों ही याद में 
कभी कोई संदेश या कॉल जो मिले।

दिल झूम सा जाता है बातों ही बात में
कलियां भी खिल जाती है बहार बनकर
किलकारियां सी गूंजती है मन ही मन में
अब भी मैं याद हूं तुझे, मुझे नहीं है भूला
मुझे नहीं है भूला। 

आए मेरी जिंदगी में बहार भर दिए
यादों की बस गुमार भर दिए।।





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