फेसबुक के दीवाने
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औरो की क्या कहे
इस ग्रुप में सभी फेसबुक के दीवाने है
कविता से इश्क हुआ
सभी आशिक़ बन बैठे है।
कॉमेंट न कर पाते तो चैन कहां मिलता है
एक दिन कविता न पढ़ पाओ तो
खाली पन सा लगता है।
सभी लगते अपने दिल के करीब है
किसको लाइक करे, किसको छोड़ कर आगे बढ़े।
फेस बुक के दीवाने का भी अपना कुछ नसीब है
जिससे इश्क हुआ जिसको वो उसके करीब है।
बेरोजगारी खत्म हुआ सभी का
लाइक कॉमेंट्स का काम मिला
जो वो भी नहीं करता उसे
अफवा फैलाने का नया प्लेटफार्म मिला।
फेसबुक और फेसपैक का मिडयेटर बना सेल्फी
रोज प्रोफाइल पिक्चर बदल बदल कर खुश रहने का।
इसका दीवाना बनाने में
स्मार्ट फोन का अहम भूमिका है
जो कुछ नहीं चला सकता
उसके लिए भी
फेस बुक चलाना आसान।
फेस बुक के दीवाने लगभग सभी लोग है
दीवाने पागल होते कहते सब लोग है।
बिरभद्रा कुमारी
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