खिलौने खेल में भूले
मग्न मस्त होके है झूले
कभी मम्मी को है बोले
कभी पापा को है बोले।
मुझे बाजार जाना है
खिलौने साथ लाना है
संग तुम भी जाएगी
मिठाई भी तो लाएगी।
कभी तो रूठ जाती /जाता है
कभी तो मुस्कुराती/मुस्कुराता है
कभी रोने भी लगती/ लगता है
कभी तो खिल खिलाती/ खिलताहै।
कभी भैया/बहना के संग खेले
कभी दादा से है बोलो
मम्मी चाय बनाई है
दादी तुम भी तो पी ले।
मैं अभी छोटी सी/छोटा सा/ बाबू हूं
मुझे पढ़ने नहीं आती/आता
अभी तो बंद है स्कूल
मुझे क्यों पढ़ने बैठाया।
मुझे तो ननिहाल जाना है
अभी पायल /गिटार बजाना है
मुझे नानी से मिलना है
अभी आइस्क्रीम खाना है।
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