हिंदी प्रेम की कविता
मुहब्बत एहसासों का समंदर है किनारों का पता नहीं केवल तरंगों का मंजर है कभी खुश्यों की लहरें है तो कभी आसूं भी आना है ❤️🌹 जिसका अश्याना दिल में हो तो दूरियां कैसी जो हर पल साथ रहे तो मजबूरियां कैसी❤️🌹 जो दिल को छू कर अपना अश्याना बना ले वही महबूब होता है ❤️🌹
गुरुवार, 24 नवंबर 2022
रविवार, 20 नवंबर 2022
मंगलवार, 15 नवंबर 2022
मैं भी चाहती हूं की तुम्हारी तरह बन जाऊं
तुम आवाज़ लगाओ मैं अनसुनी कर जाऊं।
मेरा दिल तुम्हारे तरह कठोर नहीं बन पाता
भूल न जाऊं तुमको सोच कर दिल घबराता।
रोज तुम्हें याद दिलाने के लिए नमस्कार करती हूं
मैं भूली नहीं हूं बताने के लिए कविता लिखती हूं।
कुछ जबाव भी मिल जाता तो शकुन मिलता
मेरा लिखा सार्थक हो जाता,
दूर ही सही पर पास होने का ऐहसास हो जाता।
गुरुवार, 3 नवंबर 2022
बुधवार, 26 अक्तूबर 2022
Radhe Radhe 🙏
आज थोड़ा नोंक झोंक कर लेते हैं
कल चले जाएंगे तो याद रखना ।
अपना तो कुछ है नहीं
न घर - परिवार, न ये सुंदर शरीर
जब जल जाएं तो
ये अल्फाज याद रखना।
कल का भरोसा नहीं
आज कुछ कह लें
भूल जाएं तो याद रखना।
समय के साथ सब बदलता है
नजरें धूमिल हो जाएं तो
ये मुस्कान याद रखना।
आप सभी के स्नेह का आभारी
🙏🙏🙏
Birbhadra Kumari
बुधवार, 19 अक्तूबर 2022
मुबारक हो तेरी सफ़र ये सुहानी
अपनी तो मुलाकात हुई है पुरानी।
ख्यालों से जुदा भी होने लगें है
धड़कन भी अब तो रोने लगें है।
बड़ा नाजुक था जिन्दगी का ये सफ़र
न जाने कब टूटा और गया यूं बिखड़।
टूटने से पहले चटकी भी नहीं है
बिखरने से पहले भटकी नहीं है
संभालने की कोशिश की भी नहीं है।
चुप चाप यूंही देखते रह गए
कदम भी ठहरे का ठहरे रह गए।
खैर इन बातों में रखा ही क्या है
चाहत का शीला दर्द में ही पला है।
अपनी तो हर ज़ख्म
नज़्म और शायरी में ढला है।
आप सभी के स्नेह का आभारी हूं
Radhe Radhe 🙏
Birbhadra Kumari
सोमवार, 17 अक्तूबर 2022
खुशियां है कम गम है ज्यादा
जीवन जीने का क्या है इरादा
अपनों ही के बीच तन्हा खड़ा है
जिन्दगी का सफ़र झमेला बड़ा है।
खुश रहने की कोशिशें बस करते
खुश कैसे रहा जाय ताउम्र तलास्ते।
जीवन का भरोसा ही क्या है
आज मुस्कुरालें कल का क्या है।
जख्मों पे मरहम की कमी है
अपनों ही पत्थर की बनी है।
जख्मों के मेले में कुछ ऐसा ही कर लो
हंस कर ही जी लो हर पल जिंदगी के।